क्यों होता है क्यों होता है
कहीं दिन तो कहीं अंधकार कैसे होता है मैं सोचता हूं अक्सर ये संसार कैसे होता है। कहीं दिन तो कहीं अंधकार कैसे होता है मैं सोचता हूं अक्सर ये संसार कैसे होता...
मैं बंद कर दूँगा कोशिशें उन निर्मम स्मृतियों से भागने की तब शायद आओगी तुम और दे जाओगी कुछ और स्मृतिय... मैं बंद कर दूँगा कोशिशें उन निर्मम स्मृतियों से भागने की तब शायद आओगी तुम और दे ...
बस मेरी एक ही आख़री तमन्ना है इस देश के लिये मुझे कुछ करना है बस मेरी एक ही आख़री तमन्ना है इस देश के लिये मुझे कुछ करना है
क्यों फूल खिलना भूल गए हैं, क्यों हवाओं मेंं अमनेपन की खूशबू नहीं क्यों फूल खिलना भूल गए हैं, क्यों हवाओं मेंं अमनेपन की खूशबू नहीं
लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है। लफ्ज़ मिलते ही नहीं, जब भी तू करीब होता है।